Shares and mutual funds market for housewives! (Hindi post)


आपने देखा होगा की बूटिक चलाना, सौन्दर्ये सामग्री बेचने वाली कम्पनियों की एजेंसी लेना, घर पे ट्यूशन करना और खाना या केक पेस्ट्री बनाके बेचना घर में रहने वाली महिलाओं के लिए बहुत सुविधाजनक व्यवसाय माने जाते हैं. बड़े शहरों में तो ज्यादा सुशिक्षित महिलाएं कई वेबसाईट्स के लिए लेखन करती हैं. घर पे रहके पैसा कमाने की होड़ में महिलाएं काफी जी तोड़ मेहनत करती हैं तब जाकर चार पैसे हाथ में आ पाते हैं. पर मुम्बई जैसे शहरों में जागरूक महिलाएं शेयर और म्युचअल फंड्स मार्किट में हाथ आज़मा रही हैं. ये घर पे रहके पैसे कमाने का सबसे अच्छा और सुविधाजनक तरीका है परंतु इस बेहद आरामदायक सोत्र के बारे में छोटे शहरों की मध्यमवर्गीय समाज बिलकुल अनजान है. 

जब मैंने ये आर्टिकल लिखने की प्लानिंग की तो मुझको एक बहुत चौंकाने वाला तथ्य पता चला वो यह की शेयर मार्किट की नौकरियों में आज सबसे ज्यादा महत्वता स्त्री उम्मीदवारों को दी जाती क्योंकि कहा जाता है की स्त्रियों की छठी इंद्रियें और एकाग्रता इस व्यापार में बहुत अच्छे से काम करने की लिए जोरदार साबित होती है. 


आईये आज हम आपको इस मुनाफेदायक तरीके के बारे में जानकारी देते हैं. शेयर और म्युचअल फंड्स मार्किट में हाथ आजमाने के लिए आपको ज्यादा भागदौड़ करने की जरुरत नहीं होती. बस कुछ बेसिक जानकारी और बेहद सजग दिमाग की आवश्यकता होती है. जिससे की आप कभी भी बहुत धन का का नुक्सान न कर बैठें. इसीलिए आपको हर कदम पे चौकन्ना रहना होता है. थोड़ी सी तैयारी करने से आप लंबी रेस का घोडा बन सकते हैं. और ये कोई बहुत ज्यादा पैसे का निवेश का काम भी नहीं है. बस आपको खुद को एक ऑनलाइन बिज़नस के लिए तैयार करना होता है. 


१- अच्छी अंग्रेजी भाषा की जानकारी –
ये बहुत जरुरी होती है क्योंकि आपको शेयर और म्युचअल फंड्स मार्किट का काम कम्प्यूटर पे करना होता है. वहां की भाषा अलग होती है, हर चीज़ का एक ही मतलब नहीं होता. तो जरुरी है की अपनी अंग्रेजी का ज्ञान लगातार बढ़ाते रहे. इसमें अंग्रेजी का अखबार पढ़ने से काफी सहायता मिलती है. क्योंकि आपको कई तरह के शब्दो की जानकारी हो जाती है.


२- कंप्यूटर कोर्स –
एक अच्छा कंप्यूटर कोर्स आपको इस बात के लिए तैयार कर देता है की अचानक कोई ऑनलाइन दिक्कत आयी तो आप उसको खुद ही मैनेज कर लेंगे और दूसरों पर निर्भरता भी कम हो जाती है. आपको कीबोर्ड का सही उपयोग पता होता है और स्क्रीन पे इधर उधर नजर दौड़ाने की आदत हो जाती है. अचानक बिना सीखे कंप्यूटर इस्तेमाल करना बहुत असुविधाजनक काम होता है और शुरू की ज्यादा कठिनाईयां आपको हतोत्साहित कर सकती हैं. इसीलिए अगर कंप्यूटर नहीं चलाना आता तो सीख लें.


३- विश्व बाज़ार की जानकारी –
आज का शेयर और म्युचअल फंड्स मार्किट अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में तेल, सोने, बैंकों और फसलों के मूल्य आंकलन से सीधे सीधे जुड़ा हुआ है. आपको अगर ये लेख पढ़ते वक़्त थोड़ा सा भी अच्छा लग रहा हो तो फ़ौरन cnbc या फिर ज़ी बिज़नस चैनल लगा लें. अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में कच्चे तेल की कीमत क्या है, बड़े विकसित देशों की आर्थिक स्तिथि कैसी चल रही, किस देश पे कितना कर्ज़ है, उनकी मुद्रा की कीमत क्या है आदि बातें रोज़ की रोज़ पता करने से आपको शेयर बाज़ार में पैर ज़माने में बड़ी मदद मिलेगी. 


४- शेयर और म्युचअल फंड्स मार्किट है क्या? –
शेयर विभिन्न कम्पनियो के छोटे छोटे मालिकाना हिस्से होते हैं जोकि रोज़ अपनी कीमत या बाज़ार भाव तय करते हैं और आपको उनको कम भाव पे खरीद के ज्यादा भाव पे बेचना होता है. म्यूच्यूअल फंड वो पैसा होता है जिसको कम्पनी अपने ग्राहकों से लेके कई कम्पनियों या फिर बैंकों को देती है फिर उसको एक नियत समय के बाद अच्छे ब्याज के साथ वापिस करती है. इनके भी छोटे छोटे हिस्से यानि NAV होते हैं जिनको खरीद के आपको एक नियत समय के लिए सुरक्षित करना होता फिर लाभ लेके आगे बेवह देना होता है. 


५- अच्छे इन्वेस्टमेंट ब्रोकर से ट्रेनिंग या जानकारी लेना –
किसी भी ऐसे ब्रोकर से मिलें जिसकी बाज़ार में साख बहुत अच्छी हो और आपको शेयर मार्किट से ज्यादा म्युचअल फंड्स के बारे में बता पाए. किसी भी जल्दबाज़ या लंबी लंबी बातें करने वाले ब्रोकर से बचें. आईसीआईसीआई बैंक में ये जानकारी मुफ्त में दी जाती है और कई बार वो लोग कॉन्फ्रेंस भी आयोजित करते हैं. बड़े बैंकों में जाके कम से कम ४-५ चक्कर लगाके ज्यादा से ज्यादा जानकारी लें. कहीं भी परेशानी लगे तो उस चीज़ को कई बार पूछें. अधूरा ज्ञान आगे चलके खतरनाक होता है. जब भी निवेश करें तो सिर्फ उसी ब्रोकर के सम्पर्क में रहे और ज्यादा लोगों से राइ मशविरा न करें क्योंकि आप भटक के गलत निवेश कर सकती हैं.


६- अपनी धन सीमा निर्धारित करना –
अपने पति से पूरी बात करके एक धन सीमा निर्धारित करें की उससे ज्यादा आप कभी भी निवेश नहीं करेंगी. कभी भी लालच में पड़के पैसा न गवाएं. अगर रोज़ ५०० काम रही हैं तो ८०० के या फिर १००० के चक्कर में अपनी पूंजी न गवाएं. जितना कमाया है उसको ही दोबारा निवेश करके आगे बढ़ाएं. खुद को एक समय सीमा में बढ़ लें की इससे पहले न तो पैसे व्यापार से निकालेंगी न ही निवेश करेंगी.

७- अच्छी साख वाले सुविधाजनक बैंक का खाता (अकाउंट) होना – किसी भी लुभावनी स्कीम की शिकार न बने. जो बैंक सबसे ज्यादा सुविधाएँ और सबसे कम ब्रोकरेज ले उसी में खाता खोलें. पर अगर सुविधा ज्यादा और ब्रोकेरिंग चार्जेज थोड़े ज्यादा हों तब भी ठीक है. 


८- मासिक लाभ वाले निवेश – जब आप पूरी तरह से शेयर मार्किट में कदम रखने के लिए तैयार हों तो अपने इन्वेस्टमेंट कंसलटेंट से ये पता कर लें की मासिक लाभ वाले फंड्स कौन से कौन से हैं और लंबी अवधि वाले कौन से हैं. जो हाई रिस्क वाले शेयर होते हैं उनमें मुनाफा बहुत होता है पर अगर मार्किट भाव नीचे गया तो नुक्सान बहुत होता है पर कम मुनाफे वाले शेयर में जरुरत के मुताबिक पैसा मिल जाता है और जोखिम भी कम रहता है.

इस तरह से हमने आपको ये बताया है की थोड़ी सी मेहनत के बाद आप खुद किस तरह एक बेहद सफल इन्वेस्टमेंट ब्रोकर बना सकती हैं. इसमें सबसे बड़ा फायदा ये है की खुद के जानने वालों को भी आपके द्वारा थोड़ी बहुत राशि इन्वेस्ट करने के लिए प्रोत्साहित कर सकती हैं. ये एक सफल तरीका है घर बैठे आमदनी प्राप्त करने का. 

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