१- खाते वक़्त चम्मच का इस्तेमाल ना करें।
२- ठंडा पानी ना पिएँ।
३- शाम पाँच बजे के बाद कुछ भी ना खाएँ।
४- घर के देसी घी और कच्ची घानी के सरसों के तेल के अलावा किसी भी तेल का इस्तेमाल ना करें।
५- बीस मिनट रोज़ टहलें या वर्ज़िश करें.
६- सुबह नाश्ते में फल, सब्ज़ी, अंडा, रोटी, व दही खाएँ। दोपहर को हल्का खाना जिसमें दाल, सब्ज़ी, दही व चावल हों, खाएँ।
७- जो चीज़ आपके अपने बुज़ुर्ग खाते थे यानी ख़ुद के इलाक़े में उगने वाली सब्ज़ी फल आदि बोहो खाएँगे तो बीमारी कभी बही होगी। पर दूसरे ठंडे या गरम या ख़ुश्क इलाक़ों में पैदा होने वाली चीज़ें नुक़सान करती हैं।
८- होटेल और सेवकों के हाथ का खाना ना खाएँ।
९- खाना शांत मन से करें।
१०- खाना खाते वक़्त पशु पक्षियों को दूर रखें।